जलती है ये धरती,
आकाश से आता तूफ़ान है
सोचते हैं हम बच्चे
क्या अब भी कोई समाधान है?
हमारी जलवायु में होता
डरावना सा बदलाव है
चारों तरफ़ फैला धुआँ
ज़हरीला हर शहर, हर गाँव है
हम बच्चो को ही मिलकर
इसका हल ढूंढ़ना होगा
जिम्मेदारी भरी तरक्की का
एक नया तरीका गढ़ना होगा
जब हम साथ हो जायें,
मन में ना कोई भय होगा
बनाएंगे अवनि अभिनव
हमारा यही दृढ़ निश्चय होगा